Sunday, October 20, 2019

अपनी पहचान Motivational

1. Motivational Poetry in hindi 
           'अपनी पहचान' 

ज़िद है अपनी पहचान बनाने की।
ताक पे रखो फाल्तू रस्में ज़माने की।

खुद के लिए जरूरी है खुद पे भरोसा,
आ जाती है हिम्मत,
तकलीफों से भिड़ जाने की।

दकियानूसी रिवाजों की परवाह न कर,
ज़माने की आदत है,
बेवजह शोर मचाने की। 

आग लगने पर धुआं तो उठेगा ही,
ये भी कोई बात है छुपाने की। 

हाथों में कलम  ज़ुबा पर आइन रखो,
हर कोशिश नाकाम होगी,
तुम्हें दबाने की। 

आइना देखो तो आखों पे गौर करना,
दिख जाएगा,
जरूरत है इनमें ख्वाब सजाने की। 

कुछ गलतियां हो जाती हैं लाज़मी है,
आगे बढ़ने को ज़रूरी है,
उन्हें न दोहराने की। 

सिर्फ जीना मौत से बदतर है,
औकात बनाओ अपनी,
कुछ कर दिखाने की।

                              - Shailendra K Mani

                2. Motivational poem 
                  Motivational poem image 

         'सीने में तूफान रखो' 

दिल में एक मुकाम रखो 
अपने काम से काम रखो 

भूलो मत खुद से किया वादा  
कुछ बोले हो तो ज़ुबान रखो 

गिर गए तो उठो, दौड़ो 
ताक पे अंजाम रखो  

हर सुबह तुम उठोगे ही नहीं, जागोगे 
आँखों में सपने सीने में तूफान रखो 

ज़िन्दगी भी क्या ज़िन्दगी बगैर जूनून 
तपने वाला ही चमकेगा ध्यान रखो  
                        - SHAILENDRA K MANI 


             3. Motivational Poem 

              Motivational poem image 

                    'खुद से रूबरू' 

इसी पल शुरु होना जरूरी है 
खुद से रूबरू होना जरूरी है 

कामयाबी की चाहत है अगर 
आइने में हूबहू होना जरूरी है 

मंजिल पाने की पहली शर्त है 
काम में जुनूं होना जरूरी है  

चिंगारी को मशाल बनाना है तो 
जज्बात पे काबू होना जरूरी है 

जो बनना है तू बन जाएगा, बस 
वो माहौल चारसू होना जरूरी है 
                           - Shailendra K Mani 


            Motivational image for poem 

Motivational Poetry in hindi 

ज़िन्दगी के रास्ते  

ज़िन्दगी के रास्ते बड़े मुश्किल होते हैं।  
चलने से जो डरते हैं बुझदिल होते हैं। 

तंगी, तन्हाई, बेवफ़ाई  
के कारण मैं कुछ बन न सका,  
ऐसा जो कहते हैं वो 
खुद के कातिल होते हैं।  

अभी नहीं... थोड़ी देर बाद,  
आज नहीं... कल से.. पक्का,  
यही वो आरामतलब लफ्ज़ हैं  
कहने को लफ्ज़ असल में जंजीर हैं  
जिसके हम गुलाम बने बैठे हैं। 

इसको जो तोड़ पाया,   
वो न जाने कितना कुछ पाया, 
जो बंधा रह गया 
वो पीछे रह गया  
शायद... बहुत पीछे 

खैर... जो हुआ सो हुआ  
अब तो बस  
उठना है चलना है 
और चलते ही रहना है। 

अतीत को पीछे छोड़, 
जो संभलते हैं वो काबिल होते हैं। 
काबिल हमेशा अजीज़ हरदिल होते हैं। 
नूर ए महफिल होते हैं।  

खुद मील का पत्थर बन, 
न जाने कितनों की मंज़िल होते हैं।  
मंज़िल होते हैं... मंज़िल होते हैं। 
                         - Shailendra K Mani 

        Motivational Poem 
        'लक्ष्य लो... और चल पड़ो' 

वक़्त बहुत कम है 
जीतेगा वो जिसमें दम है 
क्या सोच रहे हो 
उठो, ठानो निकल पड़ो
जिंदा हो तुम 
लक्ष्य लो और चल पड़ो

दरिया बनों ताल नहीं 
जवाब बनों सवाल नहीं 
झिझक शर्म संकोच भी कफन हैं
जिसमें कई ज़िंदा लोग दफन हैं

खुद को उस खुद से बाहर निकालो 
जो हार चुका है, थक चुका है
और चुका हुआ है  
जो बनना है तुम्हें 
इसी ज़िन्दगी में बन लो 
बाद का कुछ पता नहीं... 
               Motivational poem image 
ये कविता एक आइना है 
जाग चुके हो तो निकल पड़ो 
ज़िन्दा हो तुम 
लक्ष्य लो और चल पड़ो 
                             - Shailendra K Mani 

               Motivational poem
                  Motivational poem image    

              ' खाली बैठना चुभता है'

दुनिया के पैमाने पर तुम्हे क्यों खरा उतरना है  
अपना पैमाना बनाओ जिसपर औरों को चलना है 

असफलताएं खाई नहीं बल्कि सीढ़ी होती हैं  
गलतियों को पीछे छोड़ते हुये उपर चढ़ना है  

दिल से ठानों खराब आदतें छूट जाएंगी  
आइने में खुद से बोलो अब मुझे संभलना है 

एक उम्र के बाद खाली बैठना चुभता है  
काबिल बनने को कुछ न कुछ तो करना है 

जरूरी हो तो उड़ो भी जरूरत पड़ने  पर ठहरो भी 
उतार चढ़ाव भरी जिंदगी के आसमान पे चमकना है 
                                        - Shailendra K Mani 

Motivational quotes 

"बीते हुए पल लौट कर नहीं आते 
रास्ता नहीं बचता पछताने के सिवा" 
                                       - SKM
    
"इश्क महबूबा का धार ए खंजर है 
निशाने पर आए तो कटना तय है 
चाहे परिवार से चाहे जिंदगी से" 
                                        - SKM 

"जिंदगी का तजुर्बा बहुत मायने रखता है 
हर सूरत का साथ अपने आइने रखता है"
                                          - SKM

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