Sunday, August 8, 2021

नीरज नीरज नीरज

घर से निकल कर
मिलों दूर चल कर 
बहुत कुछ त्याग
करना पड़ता है 
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज

सीने में आग भरकर
जीत की धुन में सन कर 
पसीने के साथ
पिघलना पड़ता है 
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज

एक राह को पकड़ कर
मंज़िल उसी को चुन कर 
गिरते पड़ते किसी तरह
चलना पड़ता है 
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज

गर्मियों में तप कर
सर्दियों में डट कर 
बरसात में बूँदों संग
बरसना पड़ता है
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज 

अतीत को भुला कर 
वर्तमान को सजा कर 
सुनहरे भविष्य के लिए 
तपना पड़ता है 
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज 

आँखों में ख्वाब भरकर
दिल में उम्मीद रख कर 
सपने को हकीकत में
बदलना पड़ता है 
यूँ ही नहीं कोई बनता नीरज
               Motivational Poetry Image 
                           ~Shailendra Kumar Mani 

Saturday, August 7, 2021

छम छम छम

                             (1)

पहन के पायल पावों में
जब चलती हो तुम छम-छम-छम
दिल में हलचल हो जाये
जब चलती हो तुम छम-छम-छम

चाँदी का माथा सोने की बिंदिया
आँखों से मेरी चुराए है निंदिया 
बढ़ाएं ये मेरी धड़कन धड़कन
जब चलती हो तुम छम-छम-छम

चमकते बहुत हैं तुम्हारे ये झुमके
कुछ कहते हैं मुझसे तुम्हारे ये झुमके
बेताबी बढ़ायें हर पल हर पल
जब चलती हो तुम छम-छम-छम

ये कंगन ये चूड़ी तुम्हारे हैं साथी
मेरे दिल से जुड़े जैसे दिया बाती 
तेरी याद दिलाएं हवायें ये सन सन
जब चलती हो तुम छम-छम-छम
                             (2)

एक दिन तुम आओगी
अपना पायल ले जाओगी
पायल तो ले जाओगी पर 
नहीं ले जा पाओगी
उस पायल की छम छम
मेरे दिल में ही रह जाएगी 
उस पायल की छम छम 

वो रूठना मनाना 
एक दूजे को सताना 
दौड़ने दौड़ाने में 
टूट जाएगी वो पायल 
पर नहीं टूट पाएगी 
उस पायल की छम छम
मेरे दिल में ही रह जाएगी 
उस पायल की छम छम

तुम्हारी एक पायल
जो रखी है मेरे पास 
तुम्हारे जाने के बाद 
कुछ ऐसे हो हालात 
कहीं छूट जाए 
तुम्हारी ये पायल 
पर नहीं छूट पाएगी 
उस पायल की छम छम
मेरे दिल में ही रह जाएगी 
उस पायल की छम छम
                   Love Poetry image 
                           ~Shailendra Kumar Mani 


Tuesday, August 3, 2021

💘ज़िन्दगी से मुलाकात

                   ज़िन्दगी से मुलाकात
                         (1)
ज़िंदगी में कुछ सवाल ऐसे होते हैं
ज़वाब मिल जाये तो बवाल होते हैं 

तुम्हें तो तजुर्बा है मेरे हाल का
रुसवाई में बेहाल, हम हर हाल होते हैं 

ज़माना ताने बहुत मारता है 
ग़र जुदा उससे, हमारे खयाल होते हैं 

अगले साल तरक्की जरूर मिलेगी हमें 
यही सोचते हुए ज़ाया, कई साल होते हैं 

लंबी छलांग के लिए थोड़ा पीछे जाओ 
फिर देखो कमाल, धमाल पर धमाल होते हैं 
                                 ( 2) 

मुझसे तेरी मुलाकात 
जब होगी ज़िंदगी 
सिर्फ काम की बात 
तब होगी ज़िंदगी 

पुराने हिसाब किताब 
और कुछ सवाल ज़वाब 
अब आराम से सुन 
ऐ ज़िंदगी मेरे ज़ज्बात 

कभी आधा पेट खाया 
कभी आधी नींद सोया 
सिर्फ़ तेरे लिए... 
तू बिखर न जाये 
तू ठहर न जाये 
चलता रहा चलता रहा 
ताकि तू संवर जाये 

वक़्त के साथ 
मैंने तुझे 
निखारा और संवारा
अब मैं सोउंगा 
और तू 
जागेगी सारी रात 
ऐ ज़िंदगी... 
अब रोज होगी मुलाकात 
और होगी 
थोड़ी दिल कि बात 
बाकी काम की बात 
                          ~Shailendra Kumar Mani 

             







Monday, August 2, 2021

💘उसका झुमका

                             (1) 

उसकी याद का मरहम लगा लेना
दिल के दर्द को दवा बना लेना 

बरसात में दिख जाये ग़र वो छाता लिये
कैसे भी करके तुम अपना छाता छुपा लेना

ख्वाब में ग़र वो धुंधली दिखे
सोई आँखों से चादर हटा लेना 

जब कभी याद आये वो तन्हाई में
अपनी साँसों में उसको बसा लेना 

उसका झुमका संजोए हो दिल में अगर
उसको धड़कन की घंटी बना लेना 
                         ~Shailendra Kumar Mani 
                    Love poetry image

                                 (2)

बिजली जैसे भी कड़कना पड़ता है
बादल बनके भी बरसना पड़ता है

जान से भी ज्यादा तुम्हें चाहे कोई
दिल बनकर उसका धड़कना पड़ता है

जुल्फ सुखाने आती है वो छज्जे पर
इस एक झलक पाने को तरसना पड़ता है 

सुना है हमने उसको जुगनू पसंद है
जुगनू पकड़ने घर से निकलना पड़ता है 

नया नया प्यार हुआ है पहली बार
दिल के साथ खुद भी मचलना पड़ता है 
                           ~Shailendra Kumar Mani 
                     Love poetry image

Friday, July 30, 2021

प्यार की हकीकत 💘

1.   प्यार की हकीकत 💘

हमारे प्यार की हकीकत हमीं से सुनो
सुनना है अफवाह तो फिर कहीं से सुनो 

बरसात का इंतजार कितनी शिद्दत से है
तरस रही आस लगाये ज़मीं से सुनो

प्यार के मुक़दमे का ख़ुद दिल गवाह है
जो कह रहा है, उसे पूरे यक़ीं से सुनो

रोटी पानी हवा तक बिकते हैं शहर में
जो ख़रीद के रहते हैं हाल*उन्हीं से सुनो

हुस्न जाल है इतना तो सब जानते हैं
मजाल है, ये सच किसी हसीं से सुनो

मोहब्बत में दर्द तुम्हें जहाँ से उठा है
आराम आएगा, ग़ज़ल वहीँ से सुनो
                      Love poetry image 

2.  अब न जाने कब मुलाकात होगी 

हमारे प्यार की गजब शुरुआत हुई 
मौसम बना गवाह और बरसात हुई 

दिन पर भी छाई रही एक मदहोशी 
बहकी रही शाम दिवानी रात हुई 

फ़िज़ाओं की तासीर भी हुई शीतल 
मासूम खयालों की जब मुलाकात हुई 

बहुत दिनों बाद आज मैं खुल के हँसा 
दोस्तों संग थोड़ी मस्ती थोड़ी खुराफात हुई 

अब न जाने कब मुलाकात होगी अपनी 
मगर ये मुलाकात बेशकीमती सौगात हुई 
                         ~Shailendra Kumar Mani 
                      Love poetry image 

2.    तेरे वादे 

याद आते हैं सब तेरे वादे 
वादा निभाएंगे कब तेरे वादे 

जब कभी झूठ बोलना होगा 
काम आयेंगे तब तेरे वादे 

बरसात बरस कर चली गई 
मुझे रूलाएँगे अब तेरे वादे 

नींद आ जाएगी इस शर्त पर 
मुझे सुलाएंगे जब तेरे वादे 

देर की तो बस मेरी राख मिलेगी 
ख़ाक हो जायेंगे सब तेरे वादे 
         ~Shailendra Kumar Mani 
                 Love poetry image 






हिन्दी ग़ज़ल 'शहर की शाम'

फैला दो पैगाम हमारे शहर में भीषण लगा है जाम हमारे शहर में धूप में हो बारिश सर्दी में चले पंखा   किस्से हैं यूँ तमाम हमारे शहर में माथे में द...