Thursday, August 19, 2021

सफ़र

क्या हुआ क्या  हुआ 
जो अधूरा रहा 
मेरे दिल का शहर 
और इश्क़ का सफ़र 

मेरे दिल में अंधेरा 
ठहरा जो अब तक 
तेरी यादों से एक लौ 
जल जायेगी 
मोम सी रात है 
ठहरेगी कब तक 
याद की आंच  से 
रात पिघल जायेगी 
इसलिए तेरी यादों में 
डूबा रहा 
क्या हुआ क्या हुआ 
जो अधूरा रहा 
मेरे दिल का शहर ...
और इश्क़ का सफ़र... 

ग़म मेरा अब मेरा 
ठिकाना बना 
बस ज़रूरत ज़ख्मों को 
सीने की है 
बस गई है मेरी
 सांसों में तू 
बस यही एक वजह 
मेरे जीने की है 
इस तसल्ली से दिल में
नूर आ रहा 
क्या हुआ क्या हुआ 
जो अधूरा रहा 
मेरे दिल का शहर... 
और इश्क़ का सफ़र...
Love song
~Shailendra Kumar Mani 


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